Earphone Uses Tips - festival dhamaka

11 Jan 2019

Earphone Uses Tips


डब्ल्यूएचओ  सर्वे के अनुसार सुनने की असुरक्षित आदतों की वजह से दुनिया भर में 1.1 अरब लोग श्रवण क्षमता खो देने के खतरे में हैं, क्योंकि  निजी ऑडियो डिवाइज , एमपी 3 प्लेयर, स्मार्टफोन्स या अन्य माध्यमों से ध्वनि को असुरक्षित स्तरों पर सुनते हैं।


Earphone Uses Tips सड़क पर गाड़ी चला रहे हों या पैदल चल रहे हों , ऐसे में हेडफोन सुनते  हुए युवा रोजाना दिखाई दे जाते हैं।  की बार ऐसी वजह से हादसे भी हो जाते हैं।  देर रात तक हेडफोन लगाकर सुनने-सुनते नींद लग जाना भी युवाओं के लिए आम है।  स्मार्टफोन तो जिंदगी का हिस्सा है ही , हेडफोन को हर समय सर पर चढ़ाकर , कान में लगाए रखना भी अब लत की तरह दिखाई देने लगा है।

         थोड़े समय के लिए मनोरंजन देने वाला यह हेडफोन सुनाई सेने की क्षमता को भी पूरी तरह खत्म कर सकता है। साथ ही यह शरीर के अन्य अंगों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता।  है अभिभावकों को इस बात का अहसास भी नहीं हो पाना की उनका बच्चा कितनी ऊँची आवाज में इयरफोन लगाकर संगीत सुन रहा है और इसके क्या दुष्प्रभाव हो सकते है।

                                       

इयरफोन सुनने की क्षमता :-

          इयरफोन पर अगर ध्वनि को 70  फीसदी पर सुना जाये तो 85 डेसीबल से ज्यादा की ध्वनि उत्पन्न होती है इतने ज्यादा  स्तर की ध्वनि को सुनना हमारे कान  के पर्दो और अंदरूनी कान (कोकलिया ) के संवेदन शील बाल कोशिकाओं (सीलिया ) को नुकसान पहुंचाने के लिए पर्याप्त है यह सुनने की क्षमता काम करने का कारण बनती है चूँकि इन-ईयार हेडफोन्स को कान  की नली के अंदर, काफी गहराई पर लगाया जाता है इसलिए यह बहरेपन के जोख़िम को बहुत बढ़ा देता है हल्की चिप वाली आरामदायक ध्वनियां जैसे कि ड्रक्स, अकॉस्टिक गिटार , तबला और अन्य वाद्यों की ध्वनि उतनी नुकसानदेह नहीं है लेकिन हाई -पिच वाले वाद्य  व  भारी  धातु की आवाजों के कुछ ही समय में सुनने की क्षमता को नुकसान पहुंच सकता है।

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सुनने की क्षमता पर प्रभाव 
  1. बहरापन - अंदरूनी कण की बाल कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने को वजह के अस्थायी और स्थायी बहरापन हो सकता है 
  2. टिटनेस यानी ऊंची आवाज़ सुनने पर कान में घंटी बजाना या गूँज सी सवेंदना  की दिक्कत हो सकती है 
  3. कान में दर्द और संक्रमण 
  4. कान भर जाना, कान सुन्न हो जाना 
  5. तीन फ़ीट से ज्यादा दुरी से बातचीत करने में दिक्कत 
  6. ऊंचीपीच वाली आवाजों को पहचानने में दिक्कत जैसे कि 
बचाओ के तरीके 
  1.   वॉल्यूम कम रखे 60 -60  नियम लागु करें एक दिन में अधिकतम 60 मिनट  तक अधिकतम वॉल्यूम के 60% में संगीत सुने लम्बे समय तक हल्की स्तर  पर संगीत भी नुकसानदेह हो सकता है 
  2. सुनने की लत है तो छोटे ब्रेक्स ले -अंदरूनी कान  की संवेदी कोशिकाओं की रुकावट के होने वाली श्रवण सम्बन्धी थकान से रिकवर होने  ब्रेक जरुरी है 
  3. कान के ऊपर लगने वाले हैडफोन का प्रयोग करे - इन्हे सुप्रा-ऑरल इयरफोन भी कहते है चुकि इन्हे कान  के परदे के पास नहीं लगाया जाता है इसलिए इनसे कान के परदे पर ध्वनि का प्रभाव कम पड़ता है 
  4. शोरगुल वाले मौहोल में इयरफोन,.हेडफोन का स्तेमाल करने से बचिए 
  5. निजी आडियो डिवाइसों पर सुरक्षित सुनने के स्तरों को निर्धारित करे 
  6. दुसरो के साथ इयरफोन साझा न करे। इयरफोन को यहाँवहाँ  फेकने के बचे,पसीना या नमी को साफ़ करके ही प्रयोग कीजिये। इससे कीटाणुओं की वजह से होनेवाले संक्रमण से बचाव में कारगर है आडियो 
  7. उत्पादों की पैकेजिंग पर लिखे सुरक्षा के दिशा निर्देशों का पालन करनी चाहिए 





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